Monday, February 14, 2011

Ek aahwaan...for aarushi murder case

मारने और जिन्दा रखने का हक
किसने उन जालिमो को दिया है
जिनने मानवता से परे रहकर
ऐसा दुष्कर्म किया है
आओ हम सब मिलकर न्याय की गुहार लगायेँगेँ
उन ममता के सूखेँ आसुओँ को
इन्साफ जरूर दिलायेँगेँ
कुछ वक्त अपना उन्हे भी दे दो
जिनको हम जैसेँ भाईयोँ और बहनोँ का
साथ चाहियेँ
हमनेँ कदम बढाया है
बस इन हाथोँ मेँ आपका हाथ चाहियेँ
-ठाकुर दीपक सिँह कवि

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